बुधवार की रात मडियांव इलाके में यूपी एसटीएफ व बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में मुख्तार अंसारी गैंग के दो बदमाशों को ढेर किया. मुख्तार अंसारी गैंग का शार्प शूटर कुख्यात व एक लाख का इनामी अली शेर उर्फ डॉक्टर व उसका सहयोगी कामरान उर्फ बन्नू को मार गिराया.

इस दौरान दोनों तरफ से कई राउंड गोलियां चली. मुठभेड़ में अलीशेर और कामरान उर्फ बन्नू गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इसके बाद इलाज के लिए दोनों बदमाशों को भाऊराव देवरस चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था. जहां दोनों की इलाज के दौरान मौत हो गई.
अलीशेर पर हत्या के प्रयास, लूट, रंगदारी और अन्य तरह के 40 से अधिक मुकदमें दर्ज है. अलीशेर आजमगढ़ के देवगांव का रहने वाला था. उसका सहयोगी कामरान उर्फ बन्नू हमेशा उसके साथ में घटना करता है व रेकी करता था. कामरान आजमगढ़ के थाना क्षेत्र गंभीरपुर का रहने वाला है. उस पर भी आठ से अधिक हत्या के प्रयास, हत्या व रंगदारी के मुकदमें दर्ज है. कामरान पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था.
एएसपी विशाल विक्रम सिंह के अनुसार अलीशेर उर्फ डॉक्टर और बन्नू उर्फ कामरान दोनों मऊ के निर्दलीय विधायक मुख्तार अंसारी के करीबी है. दोनों पहले मुन्ना बजरंगी के लिए काम करते थे. मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में हत्या के बाद दोनों सीधे तौर पर मुख्तार अंसारी के लिए काम करने लगे थे. इसके पहले मुख्तार के इशारे पर मुन्ना की अनुमति पर काम करते थे. अलीशेर उर्फ डॉक्टर आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, वाराणसी जिलों में आतंक का पर्याय बन गया था.
विक्रम सिंह ने बताया कि एक लाख का इनामी अलीशेर उर्फ डॉक्टर कुख्यात शूटर था. उसका निशाना अचूक था. वह उत्तर प्रदेश के अलावा दूसरे राज्यों में सुपारी लेकर हत्या करता था. उनके पास से 30 MM की एक कार्बाइन, 9 MM की एक पिस्तौल, 32 बोर की एक पिस्तौल, एक तमंचा, एक बाइक और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किया गया है.
