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आजमगढ़ में एसपी कार्यालय में जन सुनवाई के बाद अपने वाहन से निकल रहे एसपी की फरियाद को आए ग्रामीणों से बहस हो गई। और अंततः एसपी ने अपना आपा खोकर एक युवक को पीटते हुए अंदर कार्यालय ले गए। फिर उसको कोतवाली भेज दिया।
एसपी ने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि जब वह अपने वाहन से निकल रहे थे तो कुछ लोग पत्थर लेकर और उनके वाहन के सामने लेट कर उन्हें रोकने का प्रयास कर रहे थे। जिसके बाद वह एक लड़के को पकड़कर अंदर ले गए फिर छोड़ दिए।
वही वनवासी ग्रामीणों का आरोप था कि उनके समाज की एक बालिका का अपहरण कर पहले बलात्कार किया गया बाद में हत्या की गई। इसी मसले पर ग्रामीण फरियाद लेकर आए थे। ग्रामीण के अनुसार एसपी ने मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया लेकिन यह भी कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत दुष्कर्म से नहीं बल्कि बीमारी से हुई है। इसलिए मुकदमा दर्ज करने का कोई फायदा नहीं होगा।
क्या है पूरा मामला
यह मामला आजमगढ़ के रौनापार थाना क्षेत्र के होली यादव गांव का है बताया जा रहा है कि 8 अक्टूबर की रात को वनवासी समाज की 10 वर्षीय बालिका का रहस्यमय परिस्थिति में अपहरण कर लिया गया और इसमें दीपक पासवान नामक आदमी पर आरोप लगाया जा रहा है। पीड़ित परिजन रात भर बालिका को खोजते रहे लेकिन उसका पता नहीं लगा। सुबह लड़की घर से कुछ दूर पर सड़क किनारे बेहोशी की हालत में मिली। उसे जिला मुख्यालय महिला अस्पताल लाया गया जहां 2 दिन पूर्व उसकी मौत हो गई शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था।
वही ग्रामीण दीपक पासवान पर आरोप लगाते हुए स्थानीय थाने ले गए लेकिन वहां कोई सुनवाई नहीं हुई इसके बाद भारी संख्या में ग्रामीण एसपी कार्यालय फरियाद लेकर आज पहुंचे थे। एसपी से ग्रामीण मिले थे और अपनी मांग रखी थी। एसपी ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की बात तो कही थी लेकिन यह भी कहा था कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बीमारी आ रही है। कुछ फायदा नहीं होगा। एसपी कार से बाहर जाने लगे तो ग्रामीणों के अनुसार एक युवक उनके गाड़ी के बोनट पर हाथ रख दिया था जिससे एसपी साहब नाराज हो गए।