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पुलिस हिरासत में मारे गए वाल्मीकि समाज के युवक अरुण वाल्मीकि के परिजनों से मिलने जा रही प्रियंका गांधी वाड्रा को यूपी पुलिस ने आगरा में हिरासत में ले लिया.
हिरासत में लिए जाने के बाद प्रियंका ने योगी सरकार के रवैए पर सवाल उठाते हुए कहा कि –
“अरुण वाल्मीकि की मृत्यु पुलिस हिरासत में हुई. उनका परिवार न्याय मांग रहा है। मैं परिवार से मिलने जाना चाहती हूं. उप्र सरकार को डर किस बात का है?
एक बार फिर मुझे पुलिस ने हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस न्याय की आवाज को दबाना क्यों चाहती है.”
“क्या आगरा में पुलिस हिरासत में मारे गए अरुण वाल्मीकि के लिए न्याय मांगना अपराध है?
भाजपा सरकार की पुलिस मुझे आगरा जाने से क्यों रोक रही है।
क्यों हर बार न्याय की आवाज को दबाने की कोशिश की जाती है?
मैं पीछे नहीं हटूंगी।”
प्रियंका गांधी ने कहा कि “किसी को पुलिस कस्टडी में पीट-पीटकर मार देना कहां का न्याय है?”आगरा पुलिस कस्टडी में अरुण वाल्मीकि की मौत की घटना निंदनीय है। भगवान वाल्मीकि जयंती के दिन उप्र सरकार ने उनके संदेशों के खिलाफ काम किया है।”
प्रियंका गांधी ने इस मामले पर उत्तर प्रदेश सरकार से प्रमुख मांग की है – इस पूरे पुलिसिया दबंगई की उच्चस्तरीय जांच हो और पुलिस वालों पर उचित कार्रवाई हो और पीड़ित परिवार को मुआवजा मिले।