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उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान लखनऊ द्वारा “सम्मान समारोह”का आयोजन संस्थान के यशपाल सभागार में 28/11/2021 को आयोजित हुआ। कार्यक्रम कि अध्यक्षता संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ0सदानन्द प्रसाद गुप्त ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हृदय नारायण दीक्षित, अध्यक्ष विधानसभा उत्तर प्रदेश रहें। इन्ही दोनों के कर कमलों से सभी साहित्यकारों को सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में आजमगढ़ की जानी-मानी स्त्री विमर्श लेखिका डॉ0 गीता सिंह एसोसिएट प्रोफेसर एवं अध्यक्ष हिन्दी विभाग डी0ए0वी0पी0जी0कालेज, आजमगढ़ को इनके द्वारा किये जा रहे उत्कृष्ट शिक्षण कार्य के साथ हिंदी भाषा में अनवरत रचनात्मक लेखन हेतु “पंडित मदन मोहन मालवीय विश्वविद्यालय स्तरीय सम्मान” से सम्मानित किया गया। इस सम्मान में डॉ0 गीता सिंह को अंगवस्त्रम, ताम्र-प्रमाण-पत्र, एक लाख रुपये की नकद राशि प्रदान की गयी।
ध्यातब्य है कि डॉ0 गीता सिंह अध्ययनकाल से ही एक मेधावी छात्रा रहीं हैं इन्हें वर्सरी एवं राष्ट्रीय छात्रवृत्ति भी मिल चुकी है। इनके साहित्यिक योगदान के लिये उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 2017 में “शिक्षक श्री सम्मान” मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं उपमुख्यमंत्री, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ0 दिनेश शर्मा सम्मानित कर चुके हैं। इनके सम्पादन में आजमगढ़ से प्रकाशित हो रही “अखिल गीत शोध दृष्टि”अंतरराष्ट्रीय शोध अर्द्ध- वार्षिक जर्नल का प्रसार भारत में 23 राज्य और विश्व में पाँच देश कनाडा, नेपाल, श्रीलंका, मॉरीशस और जापान तक फैला हुआ है। इनकी अनेक पुस्तकें प्रकाशित हैं और दर्जनों शोध-पत्र विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्र- पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहते हैं। इस पुरस्कार से आजमगढ़ गौरवान्वित हुआ है। इस पुरस्कार हेतु उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का और संस्थान के अध्यक्ष डॉ0 सदानन्द प्रसाद गुप्त का भी आभार व्यक्त किया है।
डॉ0 गीता सिंह ने यह पुरस्कार अपनी माता को समर्पित किया है ।