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० जर्नलिस्ट क्लब ने दिया डीएम को ज्ञापन.
०पत्रकारों के सवाल पर विधायक की हुई बोलती बंद
बैठक में जर्नलिस्ट क्लब के पदाधिकारी और पत्रकार सौरभ उपाध्याय के ऊपर 7 मार्च को सर्फुद्दीनपुर बुथ पर मतदान के समय दो प्रत्याशियों के बीच हुए टकराव और झड़प की ख़बर कवरेज करने के कारण, विपक्षी समझ कर एक पक्ष द्वारा पत्रकार को भी आरोपी बना दिया गया. जो पत्रकारिता के दायित्व और उसकी आजादी को बंधक बनाने की कोशिश है. इस घटनाक्रम के प्रकाश में आते ही आजमगढ़ की पत्रकारिता में उबाल आ गया. लोगों ने कहा कि- यह हमारे कार्य करने की स्वतंत्रता, जो हमें संविधान द्वारा प्रदान की गयी है और जिसकी संरक्षा माननीय न्यायालय करता, उसे प्रतिबंधित करने का कुत्सित प्रयास है. यह मौलिक हमारे अधिकारों का हनन है.
पीड़ित पत्रकार सौरभ उपाध्याय ने कहा कि-समाजवादी पार्टी के विधायक और सदर प्रत्याशी दुर्गा प्रसाद यादव का भाजपा प्रत्याशी अखिलेश मिश्रा के साथ झड़प और टकराव के बीच पथराव हुआ था, जिसमें गाडियां भी क्षतिग्रस्त हो गयी थीं.जिसको हमने कवरेज करते हुए वीडियो बनाना शुरू कर दिया, जिसमें उनके कारनामे रिकॉर्ड हो गयें, इसलिए दुर्गा प्रसाद यादव ने विपक्षी अखिलेश मिश्रा और उनके समर्थकों को आरोपी बनाते हुए उसी मुकदमे मेरा भी नाम डाल दिया. यही नहीं एक स्थानीय गुंडे द्वारा मुझे फोन पर धमकी भी दी जा रही है.
इस बैठक में विचार रखते हुए वक्ताओं ने कहा कि-यह प्रेस की आज़ादी पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश और हमारे कार्य में नाजायज़ हस्तक्षेप है. जिसको किसी भी प्रकार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हम इसका वैधानिक तरीके से लडाई लडेंगे. जर्नलिस्ट क्लब के संयोजक ने कहा कि- पत्रकार भीड़ का हिस्सा नहीं होता है, यह कोर्ट भी मानता है. इसलिए उसे भीड़ का हिस्सा समझ कर कार्रवाई करना उसके संवैधानिक अधिकारों का हनन है. क्लब के अध्यक्ष ने कहा कि- जर्नलिस्ट क्लब पत्रकारों के कल्याण के लिए सदैव तत्पर रहता है, इस लिए हम यह प्रस्ताव पास करते हैं कि- इस मामले को जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर अवगत कराया जाए और धमकी देने वाले गुंडे को अविलंब गिरफ्तार कर उसके विरूद्ध वैधानिक कार्रवाई किया जाए.
क्लब ने सर्वसम्मति से इस प्रस्ताव को पास कर, जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी से तुरंत मिला और इस पूरे घटना क्रम से उन्हें अवगत कराया. जिस पर जिलाधिकारी ने पूरे प्रकरण को त्वरित संज्ञान में लेते हुए अविलंब कार्रवाई करने का आश्वासन पत्रकारों दिया. इसी अवसर पर जिलाधिकारी कार्यालय पर तहरीर देने वाले वादी- दुर्गा यादव भी संयोगवश मिल गयें- जिन्होंने पत्रकारों के सामने कहा कि- हम किसी पत्रकार के खिलाफ मुकदमा नहीं करना चाह रहे थे, हम तो उनको जानते तक नहीं है. गलती से हमारे तहरीर में इनका नाम तहरीर लिखने वाले ने डाल दिया और हमने हस्ताक्षर कर दिया.हम उसे वापस करा लेगें. हमारा पत्रकारों से कोई विवाद नहीं है.
इस बैठक में वरिष्ठ पत्रकार पवन उपाध्याय, विनोद सिंह, सचिन श्रीवास्तव, मदन मोहन पांडेय, वसीम अकरम आदि लोगों ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर वेदप्रकाश सिंह लल्ला, डा० खुर्रम आलम नोमानी, डीसी श्रीवास्तव, रत्न प्रकाश त्रिपाठी, अच्युतानंदन त्रिपाठी, प्रशांत राय, संदीप अस्थाना, पंचानंद तिवारी, वीरभद्र सिंह, मनीष पांडे, शीतला त्रिपाठी, मधुर श्रीवास्तव, राजीव रंजन, शरद, राजेश पाठक, ज्ञानेंद्र, कृष्णमणि शुक्ल, राकेश वर्मा, आदि लोग उपस्थित थे.