उत्तर प्रदेश के डीजीपी मुख्यालय ने सभी जिलों को अपने-अपने यहां सतर्कता बढ़ाने व संदिग्धों की जांच तेज करने के निर्देश दिए हैं। इसमें कहा गया है कि जहां भी संदिग्ध गतिविधियां नजर आएं वहां तत्काल कार्रवाई की जाए। भीड़-भाड़ व संवेदनशील इलाकों पर चौकसी बढ़ाई जाए। इस मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक डी. एस. चौहान ने बुधवार को कहा कि राजस्थान के उदयपुर में एक दर्जी की सनसनीखेज हत्या के मामले को लेकर उत्तर प्रदेश में भी सुरक्षा चौकसी बढ़ा दी गई है।
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक डी. एस. चौहान ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि उदयपुर की घटना के बाद पूरे प्रदेश में सभी पुलिसकर्मियों को अलर्ट कर दिया गया है। सोशल मीडिया पर भड़काऊ सामग्री डालने वाले लोगों के खिलाफ हम बहुत सख्त कार्रवाई करेंगे।
हमारी प्राथमिकता हर हाल में प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने की है। पुलिस मुख्यालय में तैनात वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक विभिन्न जिलों में पुलिस की सोशल मीडिया इकाइयों को हिदायत दी गई है कि वे सोशल मीडिया पर डाली जा रही सामग्री पर पैनी निगाह रखें और अगर कहीं कोई व्यक्ति सांप्रदायिक सामग्री पोस्ट करता है तो उसके खिलाफ फौरन कार्रवाई की जाए। उन्होंने बताया कि सभी जिलों के पुलिस प्रमुखों से कहा गया है कि वे सांप्रदायिक रुख लेने की आशंका वाले हर मुद्दे के समाधान के लिए शांति समितियों की बैठक आयोजित करें जिसमें स्थानीय धर्मगरुओं से भी बातचीत हो। गौरतलब है कि उदयपुर में मंगलवार को कन्हैयालाल नामक एक व्यक्ति की दो युवकों ने गला काट कर हत्या कर दी थी।
कन्हैयालाल ने पिछले दिनों पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में भाजपा से निलंबित की गई तत्कालीन पार्टी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली थी। हत्यारों ने कन्हैयालाल का कत्ल करने के बाद बनाए गए वीडियो में वारदात की जिम्मेदारी ली थी। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
