बिहार में जाति आधारित जनगणना को लेकर मांग लगातार तेज हो रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्र लिखकर प्रधानमंत्री मोदी से इस मुद्दे पर बात करने का समय मांगा है। वहीं एनडीए में शामिल जीतन राम मांझी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद यादव भी जातीय जनगणना का समर्थन कर चुके हैं। वहीं बिहार बीजेपी इसके खिलाफ है। इसी बीच बिहार बीजेपी के अध्यक्ष और पश्चिमी चंपारण से सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने जाति आधारित जनगणना को लेकर बड़ा बयान दिया है।

डॉ. जायसवाल ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जातीय जनगणना पर कोई भी निर्णय लेने से पहले केंद्र सरकार सभी पहलुओं पर विमर्श कर रही है। इसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि बीजेपी 19 अगस्त से बिहार में जनआशीर्वाद यात्रा शुरू करेगी। यह यात्रा गया से शुरू होगी। इस यात्रा के दौरान पार्टी के मंत्री गांवों में निवास करेंगे।
बता दें कि बीते सोमवार को सीएम नीतीश ने कहा था कि हम जातीय जनगणना कराना चाहते हैं और यह हमारी पुरानी मांग है। उन्होंने बताया था कि मैंने इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था। इस पत्र का हमें अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है। जाति आधारित जनगणना से सभी जातियों को मदद मिलेगी और उनकी सही संख्या पता चल सकेगी। इसके आधार पर नीतियां बनाई जा सकेंगी।
