टी-20 विश्वकप 2021 शुरू हो चुका है। पूरे 5 साल के बाद यह बहुराष्ट्रीय क्रिकेट प्रतियोगिता एक बार फिर खेली जा रही है। दुनियाभर की टीमें क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप का ताज अपने सिर पर सजाने को बेताब हैं। साल 2007 से शुरू हुए इस टूर्नामेंट ने एक लंबा सफर तय कर लिया है। टी-20 विश्वकप के पिछले छः संस्करणों में हमने कई रिकार्ड बनते और टूटते देखे। हमने युवराज सिंह को एक ओवर में छः छक्के लगाते देखा तो वहीं ब्रेट ली को हैट्रिक लेते देखा है। बल्लेबाजी की कब्रगाह पर स्पिन का तांडव होते देखा है तो सांसों को थमा देने वाला बॉल आउट देखा है। आज नजर उन रिकॉर्ड्स पर डालते हैं, जो टी-20 विश्वकप के इतिहास में अंकित हुए।
बल्लेबाजी रिकार्ड
बल्लेबाजी के रिकॉर्ड के नाम पर अगर आपके मन में क्रिस गेल, एबीडी या रोहित शर्मा का नाम जेहन में आ रहा है तो आप गलत हैं। टी-20 वर्ल्डकप के इतिहास में सबसे ज्यादा रन श्रीलंका के महेला जयवर्धने के नाम हैं। इस दिग्गज श्रीलंकाई बल्लेबाज ने विश्वकप की 31 पारियों में 39.07 की औसत और 134.74 की स्ट्राइक रेट से 1016 रन बनाए हैं। 5 अर्धशतक और 1 शतक लगाकर महेला इस लिस्ट में नंबर एक बल्लेबाज हैं। इसी के साथ टी-20 विश्वकप के इतिहास में एक हजार से ज्यादा रन बनाने वाले इकलौते बल्लेबाज हैं। इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर वेस्टइंडीज के क्रिस गेल हैं, उन्होंने 930 रन बनाए हैं। श्रीलंकाई बल्लेबाज तिलकरत्ने दिलशान (897), भारतीय कप्तान विराट कोहली (777) और दक्षिण अफ्रीकी सुपरस्टार एबी डिविलियर्स (717) क्रमशः तीसरे, चौथे और पांचवें नंबर पर मौजूद हैं। टी-20 विश्व कप में सबसे ज्यादा अर्धशतक भारतीय कप्तान विराट कोहली के नाम है। विराट के नाम टी-20 विश्व कप में 9 अर्धशतक हैं।
टीम रिकार्ड
एक पारी में सर्वाधिक रनों का रिकॉर्ड श्रीलंका के नाम है। श्रीलंका ने 14 सितंबर 2007 को कीनिया के खिलाफ ये रिकार्ड बनाया था। श्रीलंका ने निर्धारित 20 ओवरों में 260 रनों का पहाड़ खड़ा किया था। वहीं सबसे कम रन का शर्मनाक रिकार्ड नीदरलैंड के नाम है। नीदरलैंड की टीम 24 मार्च 2014 को श्रीलंका के खिलाफ मात्र 39 रनों पर ढेर हो गई थी। रनों के आधार पर सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड श्रीलंका के नाम है। श्रीलंका ने कीनिया को 2007 के विश्वकप में 172 रनों से हराया था। 2007 के विश्वकप में ही टी-20 इतिहास का पहला बॉल आउट खेला गया था। यह बॉल आउट भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ था जहां भारत ने पाकिस्तान को 3-0 से हराया था।
गेंदबाजी रिकार्ड
क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप के महासमर में पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी ने अपनी फिरकी गेंदों से सबसे ज्यादा बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया है। अफरीदी ने 34 मैचों में 23.25 की औसत से 39 विकेट चटकाए हैं। इस लिस्ट में अगला नाम आता है ‘स्लिंगा मालिंगा’ का मालिंगा ने 31 मैचों में 38 विकेट अपने नाम किए हैं। पाकिस्तान के ही सईद अजमल 36 विकेटों के साथ तीसरे, श्रीलंका के अजंता मेंडिस 35 और पाकिस्तान के उमर गुल 35 इस लिस्ट में क्रमशः चौथे और पांचवें नम्बर पर हैं।
यदि कप्तानी की बात करें तो भारत के महेंद्र सिंह धोनी ने टी-20 विश्वकप में बतौर कप्तान सबसे ज्यादा मैच खेले हैं। धोनी ने अबतक 33 मैचों में कप्तानी की है। जिनमें भारत को 20 में जीत 11 में हार का सामना करना पड़ा है। जबकि एक मैच टाई और एक मैच बेनतीजा रहे। धोनी के नाम ही विकेटकीपर के रूप में सर्वाधिक शिकार करने के रिकार्ड है। विकेट के पीछे धोनी ने 33 मैचों में 32 शिकार किए हैं। इसमें 21 कैच और 11 स्टंपिंग शामिल हैं।
चैम्पियन
2007: भारत उपविजेता: पाकिस्तान
2009: पाकिस्तान उपविजेता: श्रीलंका
2010: इंग्लैंड उपविजेता: ऑस्ट्रेलिया
2012: वेस्टइंडीज उपविजेता: श्रीलंका
2014: श्रीलंका उपविजेता: भारत
2016: वेस्टइंडीज उपविजेता: इंग्लैंड
तो ये थे ऐसे रिकॉर्ड्स जो अब इतिहास हैं। उम्मीद है इस रिकॉर्ड में बदलाव होगा और कई अनोखे रिकॉर्ड बनने के साथ ही हमें नया विजेता भी मिले।
