मलीहाबाद में एक ‘मोदी’ आम भी पैदा किया गया है…

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 1,260 total views ये मलीहाबादी दशहरी आम हैं। मलीहाबाद में एक ‘मोदी’ आम भी पैदा किया गया है,जो हुस्न-ए-आरा आम और मलीहाबादी दशहरी की क्रास ब्रीड है। इसे लखनऊ के मलीहाबाद…

बौद्धिक वर्ग की निरंतर सिकुड़ती राजनीतिक और सामाजिक भूमिका

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 1,054 total views विश्व में होने वाली विविध क्रांतिओं और समय-समय पर होने वाले सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तन और सामाजिक सुधारों की सफलता में उस समाज के बौद्धिक वर्ग की अग्रणी…

आज़मगढ़ : लोकसभा का उपचुनाव एक नजर में…

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 1,374 total views अहम के संघर्ष का शिकार न हो जाय भाजपा? -एम सांकृत्यायन यूपी में आज़मगढ़ और रामपुर लोकसभा की दो सीटों पर उपचुनाव हो रहा है, जिसमें आज़मगढ़ की…

लखनऊ की टीलेवाली मस्जिद का विवाद

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 534 total views अब टीलेवाली मस्जिद लखनऊ का मामला ज्ञानवापी मस्जिद बनारस के बाद चर्चा में है।कल जुमे की नमाज़ के दौरान बड़ी तादाद में मुसलमानों ने टीले वाली मस्जिद पहुँचकर…

आजमगढ़ का मिजाज बौद्धिक, राष्ट्रवादी, धर्मनिरपेक्ष और क्रांतिकारी रहा है…

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 503 total views सैयद अख्तर हुसैन रिजवी ऊर्फ कैफी आजमी, शोषित, वंचित, बहिष्कृत और उत्पीडित समाज की आवाज़ को साहित्यिक अभिव्यक्ति प्रदान करने वाले महापंडित राहुल सांकृत्यायन, दर्जनों अमर जागरण गीतों…

सुप्रीमकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद भी जहांगीरपुरी में चलता रहा बुलडोजर

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 1,092 total views जहांगीरपुरी इलाके में उत्तरी दिल्ली नगर निगम (NDMC) द्वारा की जा रही अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई बुधवार दोपहर साढ़े 12 बजे के बाद रोक दी गई। सुप्रीम कोर्ट…

बेल के कुदरती मीठे शरबत पर किसका दिल ना आ जाए

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 837 total views,  2 views today बेल का मौसम आ गया है।तस्वीर में जो पेड़ नज़र आ रहा है ये दुर्लभ किस्म के देसी कागज़ी बेल का पेड़ है।इसी पेड़ के बेल…

आज़मगढ़ के साहित्यकारों ने हिन्दी साहित्य की इस अनमोल धरोहर को विस्मृत कर दिया

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 548 total views हिन्दी साहित्य की अनमोल धरोहर है अयोध्या सिंह उपाध्याय “हरिऔथ ” को आज़मगढ़ के साहित्यकारों, बुद्धिजीवियों द्वारा विस्मृत कर दिया जाना अत्यन्त खेद का विषय है। शायद ही…

अखबारों से व्यंग्य विधा की विदा

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 356 total views दैनिक हिन्दुस्तान के पाठक देखते रह गए और सम्पादकीय पृष्ठ के ‘नश्तर’ स्तम्भ पर सम्पादक जी का नश्तर चल गया. व्यंग्य रचनाओं से सजा हुआ नश्तर स्तम्भ हिन्दुस्तान…

बार्बर साहब द नील ज़िमिन्दार!

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 925 total views हम सुनाते हैं नील के अत्याचारी ज़मींदार चार्ल्स जोसेफ़ बार्बर की अनसुनी दास्तान।जब 1857 की जंग ख़त्म हुई और अंग्रेज़ों से लड़ने वाले आज़मगढ़ के माहुल स्टेट के…