332 total views, 2 views today
How to Live Long Life: आज के भागदौड़ और टेंशन भरी लाइफ की वजह से लोगों की औसत उम्र काफी कम होती जा रही है, लेकिन इटली में एक ऐसा गांव है जहां ज्यादातर लोग 100 साल से अधिक जीते हैं.
नई दिल्ली: भागदौड़ और टेंशन भरी लाइफ की वजह से लोगों की औसत उम्र काफी कम होती जा रही है, लेकिन इटली में एक ऐसा गांव है जहां ज्यादातर लोग 100 साल से अधिक जीते हैं. इटली के सार्दिनिया प्रांत (Sardinia Region) के पहाड़ी इलाके में स्थित पेरडैसडेफोगु (Perdasdefogu) गांव की चर्चा दुनियाभर में वहां के लोगों की उम्र की वजह से होती है.
अधिकतर परिवार में 4-5 लोग जीते हैं 100 साल से ज्यादा
पेरडैसडेफोगु (Perdasdefogu) गांव की आबादी करीब 1740 है और अभी यहां करीब 8 लोग 100 साल से अधिक उम्र के हैं. इसी साल 5 लोगों ने 100 साल की उम्र पार की है, जबकि आने वाले दो साल में 10 और लोग 100 साल के हो जाएंगे. इस गांब में अधिकतर परिवारों के 4-5 लोगों की मौत 100 साल जीने के बाद ही हुई है.
राष्ट्रीय औसत से 13 गुना ज्यादा हैं 100 से ज्यादा उम्र के लोग
इंडिया टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इटली के पेरडैसडेफोगु (Perdasdefogu) में 100 साल की उम्र पार कर चुके लोगों की संख्या राष्ट्रीय औसत से 13 गुना ज्यादा है. सार्दिनिया प्रांत (Sardinia Region) दुनियाभर के उन पांच क्षेत्रों में शामिल है, जहां 100 साल से ज्यादा लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है. पूरे प्रांत में अभी 534 लोग 100 साल से ज्यादा उम्र के हैं यानी 1 लाख की आबादी पर 37 लोग 100 साल से ज्यादा उम्र के हैं. पिछले कुछ सालों में इटली में उम्र का शतक लगाने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है. साल 2009 में इटली में 100 साल से ज्यादा उम्र के लोगों की संख्या 11 हजार थी, जो 2019 में बढ़कर 14456 हुई और 2021 में 17935 हो गई.
क्या है बुजुर्गों की अच्छी सेहत का मंत्र?
कैग्लियारी यूनिवर्सिटी में जनसांख्यिकी की प्रो. लुइसा सालारिस का कहना है कि 100 साल से ज्यादा जीने के पीछे ताजी हवा और अच्छा खाना सबसे बड़ी वजह है. उन्होंने कहा, ‘निश्चित रूप से इसकी वजह ताजी हवा और अच्छा भोजन है, लेकिन मेरा मानना है कि लंबी उम्र का एक कारण तनाव के प्रति उनका दृष्टिकोण भी है. वह हर समस्या को जल्दी से जल्दी हल कर लेते हैं.’
किताबें पढ़ना इस गांव के लोगों का शौक है और किताबें भी इनकी उम्र बढ़ाने में कारगर साबित हुई हैं. इसके अलावा यहां के लोग सामाजिक हैं और एक दूसरे के काफी संपर्क में रहते हैं. साहित्यिक समारोह आयोजित होते रहते हैं, जिसमें बुजुर्ग भी पूरे जोश के साथ हिस्सा लेते हैं. यहां के बुजुर्ग वृद्धाश्रम में न जाकर घरों पर ही रहते हैं.